"आधी आबादी " की कविता "आधी आबादी " की कविता
कुछ रिश्तों को बिगड़ते देखा है, कुछ रिश्तों को संभलते देखा है, बिना पहियों की गाड़िय कुछ रिश्तों को बिगड़ते देखा है, कुछ रिश्तों को संभलते देखा है, बिना पहियों...
सिर झुकाकर उन्हें नमन करूं नैनों में भरकर पानी, देश भूमि पर जो भेंट कर गए अपनी जिंदगान सिर झुकाकर उन्हें नमन करूं नैनों में भरकर पानी, देश भूमि पर जो भेंट कर गए अपन...
मेरा भारत महान , इसी जुमले से है इसकी पहचान , मेरा भारत महान , इसी जुमले से है इसकी पहचान ,
ये एक सन्देश है ,शारीरिक और मानसिक शोषण का शिकार हुई और उससे मुक्त हुई महिलाओं और लड़कियों के लिए .उन... ये एक सन्देश है ,शारीरिक और मानसिक शोषण का शिकार हुई और उससे मुक्त हुई महिलाओं औ...
जीते जी यदि रखते होते माता-पिता में श्रद्धा तुम, तो न दिखाई देते होते जगह-जगह पर व जीते जी यदि रखते होते माता-पिता में श्रद्धा तुम, तो न दिखाई देते होते ज...